पंडित & शीला पार्ट--39 
गतांक से आगे ……………
अगले दिन प्रियंका और शिप्रा ने अपनी योजना के अनुसार पुलिस स्टेशन जाकर शादी का झांसा देकर शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिए बद्री के खिलाफ IPC-375/376 के अंडर FIR करवा दी ..जिसे कानून आजकल ”रेप” का दर्जा देता है ..इस धारा का उचित और अनुचित प्रयोग आजकल बहुत ज्यादा हो रहा है ..
खेर , पुलिस ने बद्री को स्टेशन में बुलाया पूछताछ के लिए, वो पहले तो प्रियंका के इस कदम से घबरा गया क्योंकि उसे इसकी बिलकुल भी उम्मीद नहीं थी, पर अपने दोस्तों से सलाह मशवरा करने के बाद अपने एक वकील को लेकर वो पुलिस स्टेशन गया , वहां प्रियंका और शिप्रा को भी बुलाया गया, दोनों पक्षों में काफी कहा सुनी हुई ..बद्री पहले तो साफ़ मुकरता रहा शादी की बात से, और जब प्रियंका ने कहा की उसके पास गवाह भी है और वो भी मंदिर के पंडित जी ..तो वो थोडा चोंक सा गया ..क्योंकि वो भी जानता था की वहां उस वक़्त कोई भी पंडित नहीं था ..उसने गवाह को सामने लाने को कहा , इंस्पेक्टर ने पंडित जी को पुलिस स्टेशन में बुलाया , जिन्हें देखकर बद्री को भी याद आ गया की ये तो वही पंडित है जो उस दिन खुद भी चुदाई कर रहा था और उन्हें भी चुदाई करते हुए देख रहा था, वो समझ गया की प्रियंका ने उन्हें झूटी गवाही देने के लिए राजी कर लिया है ..अब वो भी क्या कहता , अगर वो बोलता की इसने शादी तो नहीं करायी पर चुदाई करते हुए जरुर देखा है, तब भी वो ही फंसता ..काफी बहस बाजी हुई दोनों तरफ से ..
इंस्पेक्टर भी समझ चूका था की ये मामला बिना वजह खींचा जा रहा है, इसलिए दोनों को आपस में ही सलाह करके सेटलमेंट करने का सुझाव दिया गया ..
बद्री अपने वकील के साथ शिप्रा और प्रियंका को लेकर एक कमरे में गया ..और अन्दर जाते ही शिप्रा ने मुंह फाड़ कर एक ही बार में पचास लाख रूपए मांग लिए ..जिसे सुनकर बद्री और उसके वकील की गांड फट गयी ..काफी देर के नेगोसिएशन के बाद आखिर मामला 25 लाख पर आकर रुका ..और एक हफ्ते में पेमेंट करने की बात की गयी और उसके बाद FIR वापिस लेने की भी ..
प्रियंका और शिप्रा ने जितना सोचा था उससे ज्यादा ही मिला था उन्हें ..और इसलिए वो दोनों काफी खुश थी .
बाहर आकर उन्होंने पंडित जी को अपने साथ लिया और अपनी गाडी में बिठा कर अपने घर की तरफ चल दी ..
प्रियंका : "थेंक्स पंडित जी ..आपकी वजह से आज सब कुछ हो सका …आपका बहुत -२ धन्यवाद …”
पंडित जी को वैसे तो उनकी योजना का सार पता चल ही चूका था , क्योंकि जब आखिर में दोनों पक्ष अन्दर बाते कर रहे थे तो बाहर इंस्पेक्टर उनसे कह रहा था की ‘पंडित जी ..देखना पैसे लेकर ये मामला यहीं रफा दफा हो जाएगा …लड़की देखने में ही इतनी चालू लग रही है ..’
और अब उनकी ख़ुशी देखकर उन्हें यकीन हो चला था की इंस्पेक्टर की बात सही थी .
पंडित ने उनके मन की बात निकलवाने के लिए कहा : "यानी ..वो तुमसे शादी करने के लिए मान गया ..”
उनकी बात सुनकर प्रियंका और शिप्रा एक दुसरे की तरफ देखकर हंसने लगी ..
शिप्रा : "पंडित जी ..आप बहुत भोले हैं ..आपको क्या लगता है, ये सब इसने शादी के लिए किया था ..हम तो ये पहले से जानते थे की वो बड़े घर की औलाद इस जैसी छोटे घराने की लड़की से कभी शादी नहीं करेगा वो सिर्फ इसका यूज़ कर रहा था, इसके जिस्म से खेल रहा था ..इसलिए हमने उसे ऐसे केस में फंसा कर पैसे निकलवाने की योजना बनायीं थी ..और वो मान भी गया है .”
पंडित ने उनको ज्ञान देना चाहा : "पर ये बात अगर प्रियंका जानती थी तो इसने अपनी तरफ से पहल क्यों की ..क्यों उसे अपने शरीर से खेलने दिया ..औरत का असली गहना उसकी इज्जत होती है, और वो इसने उसके सामने उतार दिया, और अब शादी के बदले उसके पैसों से उस इज्जत को ढकने की कोशिश कर रही हो ..ये तो गलत है ..”
पंडित की बात सुनकर वो दोनों चुप रहे , क्योंकि वो दोनों भी जानटी थी की पंडित जी की बात सही है ..पंडित ने आगे कहा : "तुम दोनों ने अपनी सहमति से एक दुसरे के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाये, तो इसमें रेप कहाँ से आ गया, जिस तरह से उसने तुम्हारे शरीर का इस्तेमाल किया है अपनी मस्ती के लिए, तुमने भी तो वही सब कुछ किया है ..फिर रेप सिर्फ उसने कहाँ किया, वो तो तुमने भी किया न उसके साथ ..”
शिप्रा ने उन्हें समझाया : "पंडित जी , आपकी बात सही है , पर कानून के सामने ये सब दलील बेकार है ..और क़ानून लड़की की बात सुनता है, लड़के की नहीं ..हमारे देश के कानून का सही के साथ-२ गलत लोग भी इस्तेमाल करते हैं ..जो अभी हम कर रहे हैं ..हमें पता था की वो इसके साथ शादी कभी नहीं कर सकता इसलिए हमने ये सब नाटक किया, पर जो भी है, आपका फायेदा भी तो पक्का है इन सबमे …”
पंडित : "मेरा फायेदा …कैसे …?"
वो दोनों एक दुसरे की तरफ देखकर मुस्कुराये और बोले : "वो हम घर चलकर बताएँगे …”
और थोड़ी देर में ही शिप्रा की शानदार कोठी के आगे कार रुकी और तीनो बाहर निकल कर उसके कमरे की तरफ चल दिए, शिप्रा के पापा एक बहुत बड़े वकील थे और ज्यादातर घर रात लेट ही आते थे , उसकी माँ का निधन हो चूका था, एक भाई था जो लन्दन में पढाई कर रहा था ..इसलिए घर पर अभी कोई नहीं था .
अपने बेडरूम में पहुँचते ही शिप्रा ने दोनों को सोफे पर बिठाया और बोली : "देखिये पंडित जी , ये सब आपकी हेल्प के बिना होना मुश्किल था, इसलिए हम आपको भी बीच में से हिस्सा देंगे ..पुरे 5 लाख रूपए ..और बाकी हम दोनों आपस में रखेंगे ..”
पंडित जी ने इतने पैसे एक साथ आज तक नहीं देखे थे ..वो जानते थे की ये गलत है, पर वो भी कौन सा दूध के धुले थे, उन्होंने भी अपनी लाईफ में काफी बुरे काम किये थे, और अभी भी उनकी झूठी गवाही के बल पर ही वो पैसे उन दोनों को मिल रहे थे, वो अगर इनकार करते तो उनका ही घाटा था, इसलिए उन्होंने उनकी बात मान ली, बिन बुलाये घर पर आती माया को इनकार करना हर किसी के बस की बात नहीं होती ..
शिप्रा अपने कपडे बदलने के लिए बाथरूम में चली गयी ..
उसके जाते ही प्रियंका खिसक कर पंडित जी के पास पहुँच गयी और बोली : "पंडित जी ..आपके लिए ये सब जो हम कर रहे हैं ये तो बस असल है …असली बोनस तो और कुछ है ..”
उसका एक हाथ अपनी शर्ट के अन्दर जाकर अपने गले की स्किन को मसलने लगा ..पंडित को उसका इशारा समझ में आ गया, पर वो कुछ न बोला ..
सफ़ेद रंग की शर्ट के अन्दर उसकी पिंक कलर की ब्रा की झलक पंडित जी को साफ़ दिखाई दे रही थी ..और उसके निप्पल भी चमकने लगे थे अन्दर से ..
प्रियंका ने अपना एक हाथ उनकी जांघ पर रखा और बोली : "एक बात सच -२ कहना चाहूंगी पंडित जी ..आपको ढूँढने का मकसद सिर्फ आपसे गवाही दिलाना नहीं था ….जिस दिन से आपको उस लड़की के साथ पार्क में देखा है, मुझे तो उसके बाद की हर चुदाई में आपका ही लंड याद आता रहा ..आप जिस तरह से अपने लम्बे लंड से उसकी चुदाई कर रहे थे, बस वही सोचकर मैं कितनी बार झड चुकी हु …और अब मुझसे नहीं रहा जाएगा …”
कहते हुए उसने पंडित जी का घंटा पकड़ लिया , उनकी धोती के ऊपर से ही ..
पंडित जी को प्रियंका से इतनी जल्दी ऐसी उम्मीद नहीं थी …वो तो सोच रहे थे की इसे चोदने में अभी कुछ टाइम लगेगा, पर वो ये नहीं जानते थे की आग उसकी तरफ से ज्यादा लगी हुई है ..
वो थोडा भाव खाना चाहते थे …इसलिए उन्होंने उसका हाथ पीछे कर दिया. और बोले : "वो मेरा अपना निजी मामला है ..मैं उसके साथ चुदाई कर रहा था, इसका मतलब ये नहीं की मैं हर किसी के साथ शुरू हो जाऊंगा ..”
पंडित जी हर बार की तरह अपने शिकार को तडपाना चाहते थे ..
तभी पीछे से शिप्रा की आवाज आई : "अरे प्रियंका …रहने दे न ..अगर इनका मन नहीं है तो क्यों जबरदस्ती कर रही है ..”
उन्होंने पलट कर देखा, वो एक साटन की बाथ रॉब पहन कर बाहर निकल रही थी , उसके शरीर पर उसके अलावा कुछ भी नहीं था, लम्बी और नंगी टाँगे साफ़ चमक रही थी ..
शिप्रा : "तुम मेरे पास आओ प्रियंका …और हमेशा की तरह वही करो ..जो करती हो ..”
दोनों ने आँखों ही आँखों में इशारा किया और प्रियंका भी मस्ती भरी चाल के साथ उसकी तरफ चल दी ..
पंडित जी बेचारे हक्के – बक्के से होकर वहीँ खड़े रहे, जैसे कहना चाहते हो ‘अरे …मेरा ये मतलब नहीं था …’
पर अब जैसे देर हो चुकी थी ..
प्रियंका और शिप्रा एक दुसरे के गले लगकर जोर से स्मूच कर रहे थे ..जिसे देखकर पंडित जी का लंड उनकी धोती में तम्बू बना रहा था ..उनकी उपस्थिति से उन दोनों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था ..वैसे भी वो ये सब उन्हें दिखाने के लिए ही तो कर रही थी ..
पंडित जी चाहते तो वहां से जा सकते थे ..पर वो नहीं गए , क्योंकि वो जानते थे की इस पुरे खेल का अंत चुदाई के साथ ही होगा .
प्रियंका ने अपनी शर्ट के बटन खोलकर उसे उतार दिया ,पिंक ब्रा और ब्लू जींस में वो किसी मॉडल की तरह लग रही थी , उसने धीरे से शिप्रा की बाथ रॉब की गाँठ भी खोल दी ..पर उसे उतारा नहीं ..शिप्रा के मोटे मुम्मों की झलक अब पंडित जी को साफ़ दिखाई दे रही थी ..पंडित जी किसी बुत्त की तरह, बिना पलकें झपकाए हुए उसके पुरे दर्शन की प्रतीक्षा कर रहे थे ..
इसी बीच प्रियंका ने अपनी ब्रा को खुद ही खोल कर पंडित जी की तरफ उछाल दिया , जिसका स्ट्रेप सीधा पंडित जी के कान में जाकर फंस गया और वो वहीँ लटक कर रह गयी ..पंडित जी ने लटकी हुई ब्रा को पकड़ा तो उन्हें उसकी गर्मी का एहसास हुआ , अन्दर की तरफ हाथ लगाते ही उनके हाथ पर गुदाज मुम्मो की गर्माहट महसूस हुई ..जिसे पाकर उनका रोम – २ खड़ा हो गया .
प्रियंका का गोरा जिस्म और मोटे मुम्मे देखकर पंडित जी के मुंह में पानी आ गया, और उसके ऊपर लगे हुए दोनों निप्पल मोटे किशमिश के दानो जैसे लग रहे थे, जिनके चारों तरफ के एरोहोल में बने छोटे -२ दाने उत्तेजना की वजह से उभर कर बड़े निप्पलों का साथ दे रहे थे ..
पंडित जी को अपनी तरफ देखता पाकर प्रियंका ने अपना सर शर्म से झुक लिया ..
प्रियंका शरारत भरी आँखों से पंडित जी को परख रही थी, और शिप्रा को अपनी ब्रेस्ट पर झुकाकर जैसे ही उसने अपना निप्पल उसके मुंह में ठुंसा , वो किसी घोड़ी की तरह हिनहिनाते हुए बेड पर जा गिरी ..
”आअग्ग्ग्घ्ह्ह्ह्ह्ह्ह …….अह्ह्ह्ह्ह्ह …….शिप्पी ……..अह्ह्ह्ह्ह्ह ……….उम्म्म्म्म ….सक बेबी ….सक मी हार्ड …..”
शिप्रा भी उसके ऊपर झुक कर उसकी ब्रेस्ट चूस रही थी, जिसकी वजह से उसकी गांड पंडित जी की तरफ थी, जो बाथ रॉब ऊपर खिसकने की वजह से बिलकुल नंगी हो चुकी थी ..
उसकी दिल की आकृति वाली गांड का दीदार पाकर पंडित जी तो जैसे बावले हो गए, इतनी मोटी और सेक्सी गांड तो उन्होंने आज तक नहीं मारी थी, नीचे उसकी चूत भी साफ़ चमक रही थी, जिसमे से रसीली चाशनी बहकर बाहर निकल रही थी .
शिप्रा के प्रियंका की जींस के बटन खोले और उसे नीचे खींच कर उतार दिया ..साथ ही उसकी पेंटी भी फंस कर उतर गयी .
अब वो बड़े से बेड पर पूरी नंगी थी,

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